बोकारो जिले में शराब के शौकीन अगले सात महीनों में 2 अरब से ज्यादा की शराब गटक जायेंगे, यह हमारा दावा नहीं है, यह सरकार का दावा है। इस दावे का खुलासा तब हुआ जब कल देर शाम तक जिला समरहरणालय में उत्पाद विभाग द्वारा आयोजित खुदरा शराब दुकानों की अगले सात महीनों के लिए बंदोबस्ती में की गई।
बोकारो जिले में 75 खुदरा शराब दुकानों की हुई बंदोबस्ती कुल 33 समूहों में ई लॉटरी के माध्यम से ऑनलाइन की गयी जो वर्तमान वित्तीय वर्ष 2025-26 की शेष अवधि के लिए की गई है।
इस बंदोबस्ती प्रक्रिया में कुल 546 आवेदक सम्मिलित हुए थे, जिसमें 75 खुदरा दुकानें आवंटित की गई है। इससे राज्य सरकार को कुल एक अरब 25 करोड़ 13 लाख 46 हजार से ज्यादा की उत्पाद राजस्व की प्राप्ति होगी। ये दुकानें 1 सितंबर से लेकर 31 मार्च 2026 तक के लिए बंदोबस्त की गई है, इसमें अगर दुकानदारों की आमदनी जोड़ दे तो यह आंकड़ा ओर भी ऊपर चला जाएगा।
इसे ज्यादा गंभीरता से सोचने की जरूरत है कि अगर शराब के शौकीन न रहे तो राज्य के इकॉनमी का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।
ऊपर से शराब शौकीन की शौक में तड़का लगाने को शराब के अवैध कारोबारी तो सक्रिय है ही जो जिले के उत्पाद विभाग को चूना लगाकर अपनी जेबें भर रहे है। शराब बंदोबस्ती ना होने की वजह से जब शराब दुकानें बंद थी, उस दौरान इन्हीं लोगों ने शौकीनों का शौक पूरा करने का जिम्मा सम्हाल रखा था। इस दौरान उत्पाद विभाग द्वारा की गई छापेमारी में दस हजार से ज्यादा शराब की बोतले पकड़ी गई थी जिसे पंजाब से यहां पहुंचाया जा रहा था। इस पूरे वाकए को देख आप सहज ही समझ सकते है कि जिले में गलातर करने वालो की कमी नहीं है जो सरकार को मालामाल कर रहे है।