धनबाद जिले में अवैध कोयला उत्खनन से होने वाली मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला निरसा थाना क्षेत्र के चापापुर ओसीपी का है, जहां बुधवार को अवैध उत्खनन के दौरान कोयले का अंबार गिरने से दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं एक गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को परिजन एसएनएमएमसीएच अस्पताल लेकर पहुंचे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, अब भी पांच से छह लोग मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है।
बताया जा रहा है कि मृतक तालबेडिया गांव के रहने वाले थे, जबकि दबे हुए लोग आसपास के ग्रामीण हैं जो रोजाना यहां अवैध खनन में जुटे रहते थे। घटना के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे, लेकिन हैरानी की बात है कि निरसा थाना, जो घटना स्थल से महज कुछ कदम की दूरी पर स्थित है, की पुलिस अभी तक मौके पर नहीं पहुंची। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस की नाक के नीचे बड़े पैमाने पर अवैध कोयला उत्खनन और कारोबार हो रहा है। कोयला पिकअप वैन के जरिए गोबिंदपुर और कालुबथान थाना क्षेत्रों के भट्ठों तक भेजा जाता है, लेकिन पुलिस चुप्पी साधे रहती है।
गौरतलब है कि बीते सप्ताह ही कतरास के रामकनाली कोलयरी में भूधसान की बड़ी घटना हुई थी, जिसमें सात लोगों की जान चली गई थी। बावजूद इसके, पुलिस-प्रशासन अवैध खनन रोकने को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहा है।
पूरे मामले पर जब निरसा एसडीपीओ रजतमणि बाखला से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें घटना की कोई जानकारी नहीं है और यह जानकारी उन्हें मीडिया के जरिए मिली है। उन्होंने बताया कि निरसा थाना प्रभारी से जानकारी लेकर ही आगे कुछ कहा जा सकता है।
धनबाद में लगातार हो रही इन घटनाओं ने प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। गरीब मजदूर अपनी जान गंवा रहे हैं और पुलिस-प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।