नेतरहाट के ग्रामीणों ने प्रशासन को पत्र लिखकर अपने क्षेत्र में टेंट सिटी, यूको कॉटेज, निर्माण हेतु भूमि उपलब्ध कराने से साफ इंकार कर दिया है। ग्रामीणों ने उपायुक्त लातेहार को आवेदन में स्पष्ट कहा है कि नेतरहाट क्षेत्र की जमीन पूरी तरह खेती योग्य है, जो स्थानीय लोगों की आजीविका का मुख्य स्रोत है। ग्रामीणों ने कहा कि यदि इस भूमि पर सरकारी निर्माण कार्य किया गया, तो उनकी खेती और जीवन-यापन पर सीधा असर पड़ेगा। आवेदन में बताया गया है कि गांव के पास कोई भी खाली या बंजर भूमि उपलब्ध नहीं है, जहां निर्माण कराया जा सके। इसलिए प्रशासन से आग्रह किया गया है कि उक्त परियोजनाओं के लिए किसी अन्य उपयुक्त स्थान का चयन किया जाए, ताकि स्थानीय किसानों को अपनी जमीन से वंचित न होना पड़े।ग्रामीणों ने यह भी कहा कि वे विकास कार्यों के विरोधी नहीं हैं, परंतु खेती योग्य भूमि पर सरकारी निर्माण उनके जीवन और रोजगार के लिए गंभीर संकट खड़ा करेगा।आवेदन पर ग्रामवासियों के सामूहिक हस्ताक्षर हैं, जिनमें प्रमुख रूप से राजीव किशन गाजिन्द्र किसान तेजनारायण किसान गुलु किसान संजय किसान मांगता किसान सहित कई अन्य स्थानीय किसान शामिल हैं। ग्रामीणों का कहना है कि वे पर्यटन विकास का स्वागत करते हैं, लेकिन अपनी खेती और आजीविका किसी कीमत पर नहीं देंगे।