पलामू जिले के मनातू जंगल में प्रतिबंधित नक्सली संगठन टीएसपीसी और सुरक्षाबलों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई है. मुठभेड़ में पांच लाख रुपये का इनामी टीएसपीसी कमांडर मुखदेव यादव मारा गया है. एसपी रीष्मा रमेशन ने मुठभेड़ की पुष्टि की है. समाचार लिखे जाने तक दोनों तरफ से फायरिंग जारी थी.
जिस टीएसपीसी के साथ सुरक्षाबलों की मुठभेड़ चल रही है, उसी नक्सली संगठन के साथ तीन सितंबर की रात हुए मुठभेड़ में पलामू पुलिस के दो जवान शहीद हुए थे. दरअसल, 10 लाख का इनामी कमांडर शशिकांत गंझू को टारगेट कर एक बड़ा सर्च अभियान शुरू किया गया है. सर्च अभियान में कोबरा जगुआर समेत अन्य बलों को भी तैनात किया गया है.
इस दौरान जैसे ही सुरक्षाबलों की टीम मनातू के जंगलों में पहुंची, टीएसपीसी के नक्सलियों ने फायरिंग करना शुरू कर दिया. जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों के जवानों ने भी फायरिंग की. रविवार के अहले सुबह से दोनों ओर से फायरिंग जारी है. टीएसपीसी के खिलाफ यह अब तक का सबसे बड़ा अभियान है, जिसमें 200 से भी अधिक जवानों को तैनात किया गया है. मुठभेड़ स्थल से एक इंसास राइफल भी बरामद किया गया है.
एसपी रीष्मा रमेशन ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए बताया कि इलाके में सर्च अभियान जारी है. दरअसल, 10 लाख का इनामी शशिकांत गंझू नक्सली संगठन टीएसपीसी के सुप्रीमो की भूमिका में है. पलामू के मनातू तरहसी एवं चतरा के सीमावर्ती इलाके को टीएसपीसी ने अपना ठिकाना बनाए हुए. शशिकांत के दस्ते में 8 से 10 सदस्य शामिल है. जिनमें से इनामी नक्सली मुखदेव यादव और नगीना भी शामिल है.