लातेहार। प्रखंड ग्राम प्रधान संघ महुआडांड़ की ओर से मंगलवार, 11 नवंबर को उपायुक्त लातेहार को एक सात सूत्री मांग पत्र सौंपा गया। संघ ने पंचायत प्रतिनिधियों की समस्याओं के समाधान और अधिकारों की पुनर्स्थापना की मांग की है।ग्राम प्रधान संघ ने अपने मांग पत्र में कहा है कि जाति, निवास एवं आय प्रमाण पत्रों पर ग्राम प्रधानों के हस्ताक्षर हेतु कॉलम का प्रावधान किया जाए, ताकि स्थानीय स्तर पर सत्यापन की प्रक्रिया सशक्त हो सके। साथ ही, ग्राम प्रधानों को मानकी, मुण्डा, डोकलो, सोहरो की तरह सम्मान राशि दी जाए और इसे वर्तमान 3000 रुपये से बढ़ाया जाए।संघ ने यह भी मांग रखी कि सभी सरकारी योजनाओं के प्रमाण पत्र पर ग्राम प्रधान की संपूर्ण पुष्टि का प्रावधान किया जाए, तथा परंपरागत और नए ग्राम प्रधानों को सूची एवं गजट में शामिल कर उन्हें सम्मान राशि प्रदान की जाए।इसके अलावा, पंचायत स्तर पर पशु नियंत्रण हेतु कांजी हाउस का निर्माण, प्रखंड स्तरीय सरकारी कर्मचारियों के भ्रष्टाचार पर प्रभावी नियंत्रण, तथा मृत ग्राम प्रधानों के नाम सूची से हटाकर नए परंपरागत प्रधानों के नाम जोड़े जाने की मांग भी की गई है।संघ ने कहा कि इन मांगों को लागू करने से पंचायत व्यवस्था मजबूत होगी और ग्राम प्रधानों को प्रशासनिक कार्यों में प्रभावी भूमिका निभाने का अवसर मिलेगा। इस दौरान उपायुक्त को ज्ञापन की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, राज्यपाल, अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी महुआडांड़ को भी भेजी गई।इस मौके पर तरुण बड़ाक, निर्मल नगेसिया ,जोसेफ बैंग, निर्मल खालखौ, रतन नगेसिया, लाज रूस लकड़ा, रॉबर्ट सारस,जोसेफ खलखौ ,इंद्रजीत नगेसिया, तरतुइस एक्का, डेनियल बिरजिया, रंजीत बरला, सहित सभी ग्राम प्रधान के अन्य लोग शामिल थे