झारखंड सरकार बनने के बाद राज्य पुलिस के लिए नक्सलवाद सबसे बड़ी चुनौती के रूप में सामने आई। हालांकि झारखंड पुलिस ने नक्सलवाद के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया और 25 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद सफलता भी हासिल हुई। 25 वर्षों के झारखंड पुलिस के उपलब्धियां का लेखा-जोखा झारखंड पुलिस मुख्यालय में आईजी अभियान में रखा। इसके तहत वर्ष 2001 से 2025 तक 10769 अरेस्ट किए गए, 324 नक्सलियों ने सरेंडर किया, 235 नक्सलियों को पुलिस ने मार गिराया।वहीं 710 पुलिस हथियार बरामद किए गए। जबकि 761 अन्य हथियार जब्त किए गए। दुर्भाग्य यह रहा कि इन 25 वर्षों में 555 सुरक्षा बल भी शहीद हुए। जिसमें राज्य पुलिस बल के 408 और केंद्रीय पुलिस बल के 147 जवान शहीद हुए।