बिरसा मुंडा की 150 में जयंती और राज्य स्थापना दिवस के राजकीय समारोह में दूसरे दिन 16 नवंबर को रांची के राजेंद्र चौक से बिरसा मुंडा संग्रहालय तक जतरा का आयोजन किया गया.. सरकार द्वारा आयोजित इस यात्रा में झारखंड की संस्कृति ,परंपरा और लोक नृत्य का समावेश रहा. राज्य के अलग-अलग हिस्सों से आए सैकड़ो कलाकार राजेंद्र चौक से जुलूस की शक्ल में निकले. रास्ते भर यह सभी लोग पारंपरिक नृत्य गीत और वाद्य यंत्रों का प्रदर्शन करते हुए जा रहे थे ...जतरा के दौरान ग्रामीण इलाकों की झलक दिखाई झांकियां लोगों के आकर्षण का केंद्र रही किस तरह झारखंड के ग्रामीण इलाकों में लोगों का रहन-सहन होता है किस तरह से उनके दिनचर्या की व्यवस्था होती है इन सभी बातों की जानकारी इन प्रदर्शनियों में साफ तौर पर दिखाई दे रही थी. इधर मेन रोड स्थित सर्जना चौक के समीप मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यात्रा शोभायात्रा का स्वागत किया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हाथ हिलाकर लोगो के अभिवादन को स्वीकार किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अपने मोबाइल के कैमरे से यात्रा की तस्वीर भी खींची। मुख्यमंत्री स्वयं पारंपरिक वाद्य यंत्र मान्दर बजाते हुए कलाकारों के साथ जश्न शामिल हुए जतरा मेले का एक विशेष आकर्षण रहा है हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा पूरे आयोजन को और भाव और अद्वितीय बना दिया.