धनतेरस के मौके पर शनिवार को बोकारो व चास के बाजारों में सुबह से देर शाम तक रौनक रही। एक अनुमान के मुताबिक इस बार चास बोकारो में 300 करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ। नगरवासियों ने जमकर खरीददारी की और ग्राहकों का उत्साह भी चरम पर रहा।
पूर्वाह्न 10 बजे से ही बाजार में चहल-पहल शुरू हो गयी। शाम होते-होते दुकानों में ग्राहकों की भीड़ उमड़ने लगी। बाजारों में भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के भी पूरे इंतजाम किये गये थे।
बाजार सजने के कारण लोगों को जाम से परेशानी भी हुई। सबसे अधिक परेशानी सेक्टर-04 सिटी सेंटर, दूंदीबाद बाजार, चास बाइपास, चास पुराना बाजार, चास साहू मार्केट आदि जगहों पर देखने को मिली। फिर भी लोगों का उत्साह चरम पर था। सेक्टर चार सिटी सेंटर, दूंदीबाद बाजार, सेक्टर नौ बी, सेक्टर एक राम मंदिर मार्केट एवं चास सहित अन्य बाजारों में लोगों ने उत्साह चरम पर रहा। लोगों ने देर शाम तक विभिन्न वाहन-शोरूम में दोपहिया और चारपहिया वाहनों की खरीददारी की। वहीं पहले से बुकिंग कराए गए वाहनों की डिलीवरी भी ली।
बोकारो के ऑटो डीलरों के मुताबिक, धनतेरस पर 1,500 से ज़्यादा गाड़ियों की प्री-बुकिंग हुई है। इनमें 700 कारें और SUV शामिल हैं, जबकि 800 से ज़्यादा दोपहिया वाहन हैं। शहर के डीलरों ने बताया कि धनतेरस पर डिलीवरी के लिए करीब 80 इलेक्ट्रिक दोपहिया और 25 इलेक्ट्रिक कारें बुक हुई हैं। प्री बुकिंग के अलावा धनतेरस के दिन भी लोगों ने वाहनों की बुकिंग और खरीददारी की।
बर्तन दुकानों पर गृहणियों ने पूजा में काम आने वाले बर्तनों के साथ साथ घरेलू उपयोग के सामानों की खरीददारी की। लोगों ने इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम, फर्नीचर, घरौंदा, ज्वेलरी, झाडू, कंप्यूटर, मोबाइल, लैपटॉप, कपड़ा, मिठाई, साइकिल, सिलाई मशीन, नमक सहित अन्य चीजों की खरीदारी की। व्यापारियों के मुताबिक इस बार सभी क्षेत्रों को मिलाकर कुल 300 करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ है। ग्राहकों को लुभाने हेतु दुकानों में में उपहार, लक्की ड्रॉ कूपन, छूट के साथ कई अन्य ऑफर भी दिये गये, जिसका लोगों ने पूरा फायदा उठाया। फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक्स आदि सामान को देर रात में ग्राहकों के घरों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी दुकानदारों ने बख़ूबी निभायी। परम्परा के अनुसार हर किसी ने झाडू से खरीदारी की शुरुआत की। इसके साथ बर्तन, लक्ष्मी-गणेश व कुबेर की मूर्तियों की खरीददारी भी की गई।
इधर, ज्वेलरी की खरीददारी में भी कई प्रकार के ऑफर दिए गए। जिसमें मेकिंग चार्ज में छूट से लेकर बाजार में सस्ता गोल्ड रेट जैसे ऑफर थे। धनतेरस पर ज्यादा भीड़ ज्वेलरी की दुकानों में देखी गयी. लोगों द्वारा अपनी जरूरत के अनुसार ज्वेलरी की खरीदारी की गयी. दुकानदारों के अनुसार, लोगों द्वारा इस बार हल्के सोने व डायमंड की ज्वेलरी के अलावा चांदी व सोने के सिक्के भी काफी खरीदे गए। इसके साथ ही लक्ष्मी व गणेश की मूर्तियों की बिक्री भी हुई. आभूषण दुकानों में आधुनिक डिजाइन की ज्वेलरी उपलब्ध थी। ऑटोमोबाइल क्षेत्र में कंज्यूमर ऑफर, कॉरपोरेट ऑफर, कम ब्याज दर के साथ-साथ एक्सचेंज बोनस दिया गया. इसके अलावा जीरो डाउन पेमेंट, नो कोस्ट इएमआइ का ऑफर भी मिला. वहीं, इलेक्ट्रॉनिक बाजार में हर खरीदारी पर निश्चित उपहार से लेकर कई ऑफर दिये गये.
जी एस टी दर में कटौती के कारण इस बार चार पहिए वाहनों की बिक्री में इजाफा हुआ। बाजार में उपलब्ध विभिन्न कार कंपनियों की करीब 700 से ज्यादा छोटी-बड़ी कारों की सेल हुई। वहीं सभी टू-व्हीलर्स कंपनियों की एक हजार से अधिक बाइक और स्कूटी की बिक्री धनतेरस पर हुई। इस बार इलेक्ट्रॉनिक स्कूटर की मांग भी अच्छी थी। बाजार पिछले वर्ष की तुलना अच्छा रहा। जानकार बताते हैं कि इस बार दो पहिया वाहनों की बिक्री 20 प्रतिशत और चार पहिया की बिक्री 25 प्रतिशत ज्यादा हुई।
धनतेरस में झाडू की खरीदारी को शुभ माना जाता है. इसको लेकर सुबह से लगभग हर कोई अपने हाथों में झाडू लेकर जाते दिखे. धनतेरस के दिन 50 से लेकर 200 रुपये तक के झाडू की बिक्री हुई. अधिकतर लोग फूल झाडू खरीदते देखे गये. झाडू विक्रेताओं के अनुसार, इस बार झाडू का बाजार अच्छा रहा. इस साल लगभग 20 लाख से अधिक का कारोबार हुआ।
धनतेरस की खरीदारी के साथ लोगों ने दीपावली की पूजन सामग्री की भी खूब खरीदारी की। दीया, करंज तेल, लक्ष्मी- गणेश की मूर्ति आदि की खूब बिक्री हुई। कोलकाता, मुंबई, दिल्ली, जयपुर, बनारस आदि जगहों से लायी गयी मिट्टी की मूर्तियों की डिमांड रही। साथ ही करंज तेल, धान की बाली, मिट्टी के खिलौने, चीनी की मिठाई, घरौंदा, गुल्लक से बाजार सजा रहा। बाजार में दीये और मिट्टी के खिलौने की मांग काफी रही। डिजाइनर दीया भी ने भी सबको लुभाया। मिट्टी के खिलौने से लेकर घरौंदा की भी खूब बिक्री हुई।